₹50 हजार की सैलरी पर शुरू कर रहे नौकरी? मोदी सरकार देगी बड़ा तोहफा
अगर आप ₹50 हजार की सैलरी पर नौकरी की शुरुआत कर रहे हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। अब सरकार ऐसे फ्रेशर्स को पैसे देगी। दरअसल, बीते 23 जुलाई को आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई अहम योजनाओं की शुरुआत की। इसी के तहत रोजगार से संबंधित प्रोत्साहन के लिए भी कुछ अहम ऐलान किए गए।
क्या है डिटेल
बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि पहली बार रोजगार पाने वाले फ्रेशर्स को एक महीने की सैलरी दी जाएगी। यह सैलरी अधिकतम 15 हजार रुपये होगी। बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि इस योजना में सभी औपचारिक क्षेत्रों में नये कामगार के रूप में शामिल होने वाले सभी नवनियुक्त व्यक्तियों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा। ईपीएफओ में रजिस्टर्ड पहली बार रोजगार पाने वाले कर्मचारियों को एक महीने के वेतन का प्रत्यक्ष लाभ अंतरण तीन किस्तों में किया जाएगा, जो अधिकतम 15,000 रुपये होगा।
इस योजना के अंतर्गत पात्रता सीमा 1 लाख रुपये की मासिक सैलरी है। इस योजना से 2 करोड़ 10 लाख युवाओं के लाभान्वित होने की उम्मीद है।
कंपनियों की भी मदद करेगी सरकार
नियोक्ताओं यानी कंपनी या संस्था को भी मदद की जाएगी। नियोक्ताओं पर केंद्रित इस योजना में सभी क्षेत्रों में अतिरिक्त रोजगार को शामिल किया जाएगा। 1 लाख रुपये प्रतिमाह के वेतन के भीतर सभी अतिरिक्त रोजगारों की गणना की जाएगी। सरकार, प्रत्येक अतिरिक्त कर्मचारी के संबंध में नियोक्ताओं के ईपीएफओ अंशदान के लिए उन्हें दो वर्षों तक 3,000 रुपये प्रतिमाह की प्रतिपूर्ति करेगी। इस योजना से 50 लाख व्यक्तियों को अतिरिक्त रोजगार प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अतिरिक्त रोजगार को प्रोत्साहन दिया जाएगा, जो पहली बार रोजगार पाने वालों के रोजगार से जुड़ा है। सीधे कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों को विनिर्दिष्ट पैमाने पर रोजगार के पहले चार वर्षों में ईपीएफओ में उनके अंशदान के संबंध में एक प्रोत्साहन दिया जाएगा। इस योजना से पहली बार रोजगार पाने वाले 30 लाख युवाओं और उनके नियोक्ताओं के लाभान्वित होने की उम्मीद है।