एक साल में ₹166 करोड़… आ गई है सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEOs की लिस्ट, आप भी देखिए
टाटा ग्रुप की कंपनी टीसीएस देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है लेकिन सीईओ की सैलरी के मामले में कई छोटी कंपनियां इससे आगे हैं। कोफोर्ज और परसिसटेंट सिस्टम्स जैसी कंपनियों के सीईओ की कमाई पिछले फाइनेंशियल ईयर में टीसीएस और इन्फोसिस के बॉस से अधिक रही। कोफोर्ज के सीईओ सुधीर सिंह को पिछले साल 105.12 करोड़ रुपये मिले जो 2023 की तुलना में तीन गुना से भी अधिक है। वह आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी पाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। पहला नंबर विप्रो के पूर्व सीईओ थियरी डेलापोर्ट का है। अप्रैल में रिजाइन दे चुके डेलापोर्ट को पिछले साल पिछले फाइनेंशियल ईयर में 166 करोड़ रुपये का भारी भरकम पैकेज मिला।
आईटी सेक्टर में तीसरा सबसे बड़ा पैकेज एचसीएल टेक के सीईओ सी विजयकुमार को मिला। पिछले फाइनेंशियल ईयर में उन्हें 84.17 करोड़ रुपये मिले। परसिसटेंट सिस्टम्स के सीईओ संदीप कालरा को 77.1 करोड़ रुपये और देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख को 66 करोड़ रुपये की सैलरी मिली। एमफेसिस के सीईओ नितिन राकेश को 44.13 करोड़ रुपये का पैकेज मिला और वह आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वालों की लिस्ट में छठे स्थान पर रहे। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के चीफ एग्जीक्यूटिव के कृतिवासन इस लिस्ट में सातवें नंबर पर हैं। उनके खाते में पिछले साल 25.2 करोड़ रुपये आए। उन्होंने पिछले साल जून में कंपनी की कमान संभाली थी।
क्यों बढ़ी सैलरी
देश की छठी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एलटीआईमाइंडट्री के सीईओ देबाशीष चटर्जी को पिछले साल कुल 19.34 करोड़ रुपये मिले। कोफोर्ज ने हाल में अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया की उसके सीईओ सुधीर सिंह का पैकेज फाइनेंशियल ईयर 2023 की तुलना में 2024 में 209.63% बढ़ा है। इस दौरान उन्हें 88.55 करोड़ रुपये से अधिक के स्टॉक ऑप्शंस दिए गए। उनकी सैलरी और भत्ते 5.7 करोड़ रुपये रहे। इसी तरह प्रॉविडेंट फंड और सुपरएनुएशन फंड में उनका कंट्रीब्यूशन 5.4 करोड़ रुपये रहा जबकि परफॉर्मेंस लिंक्ड बोनस के रूप में उन्हें 5.4 करोड़ रुपये मिले। सिंह की लीडरशिप में कंपनी का रेवेन्यू फाइनेंशियल ईयर 2023 में एक अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया।